News ( समाचार )

पहल:- आईडी-आधार जोड़कर मत प्रतिशत सुधारने की तैयारी, लिंकिंग है स्वैच्छिक

पहल:- आईडी-आधार जोड़कर मत प्रतिशत सुधारने की तैयारी, लिंकिंग है स्वैच्छिक

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप जॉइन करने के लिए यहाँ क्लिक करें ।

https://chat.whatsapp.com/Cd8j7yTpnOPL2Nv132JCBd

बेसिक शिक्षा विभाग शासनादेश समाचार से शिक्षक समाचार प्राप्त करने के लिए एंड्राइड का प्रयोग करें । एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें /

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.master.sahab

वोटर कार्ड को आधार से लिंक करने का अभियान जोरों पर है। अब तक 45 करोड़ के करीब वोटर कार्ड ‘आधार’ से जोड़े जा चुके हैं। मतदाता पहचान पत्र को आधार से लिंक करने का काम डबल वोटरों को सूची से हटाना है। अनुमान है कि इससे फर्जी मतदाता घटेंगे और आगामी चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। पहली अगस्त से चल रही लिंकिंग प्रक्रिया की अंतिम तिथि एक अप्रैल 2023 है।

Voter id aadhaar card link

सूत्रों के अनुसार बिहार, यूपी, झारखंड, उत्तराखंड और बंगाल में सबसे ज्यादा डबल वोटर मिलने की संभावना जताई जा रही है। इसकी वजह इन राज्यों से प्रवासियों अन्य राज्यों में जाना है।

अन्य राज्यों में जाने के बावजूद ये लोग अपने घर से जुड़े रहते हैं। इससे ये लोग अपने राज्य में और दूसरे राज्य में जहां रहते हैं वहां के भी वोटर बन जाते हैं। दिल्ली-एनसीआर इसका एक उदाहरण है। एक बार सभी मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जुड़ने के बाद चुनाव आयोग अंतरराज्यीय स्तर पर मिलान कर अंतिम सूची बनाएगा। सूत्रों के अनुसार, 2024 का लोकसभा चुनाव इसी अद्यतन सूची के आधार पर होगा। देश में 90 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। इनमें से 18 -19 वर्ष के मतदाताओं की संख्या डेढ़ करोड़ के आसपास है।

लिंकिंग स्वैच्छिक

निर्वाचन आयोग ने कहा है कि वोटर कार्ड को आधार से लिंक कराना स्वैछिक है, पर कर्मचारी आवश्यक बता रहे हैं। जानकारों ने कहा, जब आधार ही डुप्लीकेट हैं तो लिंकिंग का उद्देश्य कैसे पूरो होगा। पिछले दिनों पांच लाख आधार रद्द किए गए।

मतदाता सूची के आधार से लिंकिंग एक त्रुटिपूर्ण प्रक्रिया है। अगर तेलंगाना और आंध्र का उदाहरण देखें तो 2015 में आधार लिंकिंग के कारण 25 लाख वोटरों के नाम सूची से काट दिए गए थे।

-प्रो.जगदीप छोकर,संस्थापक एडीआर

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from Basic Education Department

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading