online attendence तैयारी स्कूलों में एक नवंबर से ऑनलाइन हाजिरी लगेगी

तैयारी स्कूलों में एक नवंबर से ऑनलाइन हाजिरी लगेगी
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जिले के परिषदीय स्कूलों में एक नवंबर से छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी. अब तक भोजपुर, रजापुर, लोनी और मुरादनगर में टैबलेट वितरण का कार्य पूरा कर लिया गया है.
एक सप्ताह के अंदर नगर के स्कूलों में भी शिक्षकों को टैबलेट वितरित कर दी जाएंगी.
जिले के चारों ब्लॉक के 353 स्कूलों में अभी तक टैबलेट वितरित की गई हैं. ज्यादातर प्राथमिक स्कूल व उच्च प्राथमिक स्कूलों में एक-एक टैबलेट वितरित की गई हैं. कंपोजिट विद्यालयों में दो-दो टैबलेट दी गई हैं. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने बताया कि अगले माह से बच्चों की उपस्थिति प्रेरणा पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज की जाएगी. इसके बाद शिक्षकों की भी ऑनलाइन उपस्थिति लगानी होगी. इससे शिक्षकों की मनमानी पर भी रोक लगेगी. शुरुआत में शिक्षकों को इससे मुक्त रखा जाएगा. बच्चों की रोजाना ऑनलाइन उपस्थिति नहीं लगाने पर संबंधित प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य शिक्षकों की मनमानी रोकना और बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना है. टैबलेट के माध्यम से बच्चों की तकनीकी शिक्षा से जोड़ने में भी मदद मिलेगी. बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए शासन स्तर से विभिन्न योजनाएं संचालित कर कार्य किया जा रहा है. स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाने का कार्य भी किया जा रहा है. जिले के करीब 10 फीसदी स्कूलों में बच्चों को स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जा रही है. बाकी स्कूलों के लिए भी जनसहभागिता से क्लास बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
बच्चों के लिए उपलब्ध होगी सामग्री
टैबलेट के माध्यम से शिक्षकों को पाठ्य सामग्री भी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी. विभिन्न योजनाओं से जुड़े कई और एप इस टैबलेट में इंस्टॉल रहेंगे. इससे शिक्षकों को ऑनलाइन डाटा अपलोड करने के साथ-साथ शिक्षण कार्य को प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी.
शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगेगी
टैबलेट मिल जाने और ऑनलाइन हाजिरी से शिक्षक-शिक्षिकाओं की मनमानी पर भी रोक लगेगी. आए दिन शिक्षक औचक निरीक्षण में नदारद पाए जाते हैं. वह स्कूल के रजिस्टर में हाजिरी लगाकर घर चले जाते हैं. उन्हें विद्यालय में पूरे समय रहकर बच्चों को पढ़ाना होगा.
टैबलेट वितरण का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा. अगले माह से शुरूआत में सभी बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करेंगे. इसके बाद शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति लगाई जाएगी.
– ओपी यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी.