यूपी में तीन साल के अंदर बने प्राइमरी स्कूलों की होगी जांच, IITians को जिम्मा; 15 दिन में देंगे जांच रिपोर्ट

यूपी में तीन साल के अंदर बने प्राइमरी स्कूलों की होगी जांच, IITians को जिम्मा; 15 दिन में देंगे जांच रिपोर्ट
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UP Primary School: उत्तर प्रदेश में तीन साल के अंदर बने परिषदीय स्कूल भवनों की जांच आईआईटी विशेषज्ञ करेंगे। इसके लिए आईआईटी बीएचयू, रुड़की, और कानपुर के आईआईटियंस को जिम्मेदारी दी गई है।
विशेषज्ञ 15 दिन में जांच रिपोर्ट राज्य परियोजना कार्यालय को सौंप देंगे।
परिषदीय विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समितियों की ओर से स्कूल भवनों का निर्माण कराया जाता है। निर्माण कार्यां और गुणवत्ता को लेकर आए दिन शिकायत भी मिलती है। ऐसे में महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने इन स्कूल भवनों के निर्माण की जांच आईआईटी बीएचयू, रुड़की, और कानपुर के आईआईटी विशेषज्ञों से कराने का फैसला किया है।

UP Primary School
साथ ही जांच में एमएनएनआईटी प्रयागराज, एचबीटीआई कानपुर, एमएमएम गोरखपुर, बीआईईटी झांसी और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विशेषज्ञों की भी मदद ली जाएगी।
रिबाउंड हैमर टेस्ट भी होगा
इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने संबंधित आईआईटी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट को पत्र लिखा है। टीम तीन साल के भीतर बनाए गए स्कूल भवनों की गुणवत्ता खंगालेगी। स्कूलों में कराए गए निर्माण कार्यों के मूल्यांकन के साथ राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा निर्धारित मानक, विशिष्टता, डिजाइन आदि की जांच की जाएगी। एक जिले में एक टीम कम से कम 15 विद्यालयों की जांच करेगी।
हो सकती है कार्रवाई
आईआईटी के विशेषज्ञों की जांच में गड़बड़ी सामने आने पर शासन की तरफ से कार्यदायी संस्थाओं पर कार्रवाई भी की जा सकती है। इसके साथ निर्माणाधीन भवनों में गड़बड़ी मिलने पर भुगतान रोकने की कार्रवाई की जा सकती है। जांच को लेकर कार्यदायी संस्थाओं के जिम्मेदारों और अन्य सम्बन्धितों में चिंता फैली हुई है।
क्या बोले अफसर
आजमगढ़ के एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्र ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि तीन साल के भीतर निर्मित स्कूल भवनों की आईआईटी विशेषज्ञों से जांच कराने को महानिदेशक स्कूल शिक्षा का पत्र आया है। टीम वित्तीय प्रस्ताव भी उपलब्ध कराएगी।